किरायेदारों को राहत देने के लिए बढ़ने लगे कदम
नई दिल्ली। लॉकडाउन के दौरान किराये पर रहने वाले लोगों को राहत देने के लिए मकान मालिकों के कदम बढ़ने लगे हैं। कोई हालात सामान्य होने तक किराया माफ करने का भरोसा दे रहा है, तो किरायेदारों की स्थिति को देखते हुए कुछ लोगों ने 50 फीसदी ही किराया लेने की बात कही है।
पालम के राज नगर के पार्ट-2 निवासी मनीषा शर्मा ने कहा कि मेरे यहां रहने वाले जिन परिवारों को रुपयों की दिक्कत हैं, उन्हें हालात सामान्य होने तक किराये की चिंता नहीं करने को कह दिया है।
कुछ ऐसे भी लोग राज नगर, साध नगर के रहने वाले हैं, जिन्होंने किरायेदारों को किश्तों में सुविधा के मुताबिक 50-50 फीसदी किराये का भुगतान करने की सुविधा दे दी है। कुछ मकान मालिक ऐसे भी हैं जो फिलहाल सामने आने से कतरा रहे हैं क्योंकि सरकार की तरफ से इस संबंध में फिलहाल कोई स्पष्ट आदेश नहीं है।
गोयला डेयरी निवासी रंजीत ने बताया कि उनके घर में चार किरायेदार रहते हैं जो फैक्ट्रियों में काम करते हैं। चूंकि उनके घर का खर्च भी किराये पर निर्भर है, इसलिए उन्होंने किरायेदारों को दो-तीन महीने का वक्त दे दिया है। अगर, एक बार पैसे न हों तो किश्तों में अदा करने की सुविधा देकर भी राहत पहुंचाने की कोशिश की है।
सिंघू गांव निवासी सुभाष और राजेन्द्र का कहना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मियों को हालात सामान्य होने के बाद आर्थिक स्थिति ठीक होने पर ही किराये का भुगतान करने को कहा है।
शिफ्ट होने वाले किरायेदारों को भी मिली मोहलत
पावर हाउस के पास से द्वारका शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे रवि नेगी ने बताया कि उन्हें मकान मालिक की तरफ से हालात सामान्य होने तक शिफ्ट न होने को कहा गया है। अपने छोटे बच्चे और परिवार के साथ रहने वाले इस परिवार की तरह कई ऐसे परिवार हैं, जिन्हें मकान मालिकों ने हालात सामान्य होने तक शिफ्ट करने से मना करते हुए यह साबित किया है कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में सभी एक-दूसरे के साथ हैं।